सुजला हॉस्पिटल की टीम नई दी सौगात
बेधड़क इंडिया. सुजानगढ़ सुजला हॉस्पिटल में शुक्रवार को प्रसूता ने शादी के 20 साल बाद बेटे को जन्म दिया। घर में खुशी का माहौल है। बच्चे का वजन एक किलो 700 ग्राम है। जच्चा व बच्चा दोनो स्वस्थ है।
अस्पताल के डायरेक्टर राकेश चौधरी ने बताया कि सुजानगढ़ की मंजू पत्नी राकेश स्वामी की शादी के करीब तीन साल तक बच्चा नहीं होने पर बड़े शहर व महानगरों में इलाज करवाया, लेकिन निराशा हाथ लगी। नवंबर 2022 में मंजू ने सुजला हाॅस्पिटल से इलाज लेना शुरू किया। डायरेक्टर राकेश चौधरी ने बताया की इस तरह के केसेज से ही पता लगता है कि आप किस स्तर की सेवाएं दे रहे है। हमारी टीम ने सराहनीय कार्य किया।
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गर्भावस्था से पहले व गर्भावस्था के दौरान ये रही मुख्य समस्याएं
हाई शुगर, हाईपरटेंशन, शुक्राणु की कमी, पल्स एलबूमिन, बच्चे का विकास समय के साथ नहीं, ताणे आने का खतरा।
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ऐसे चला इलाज
शुरूआती महीने में शुगर व बीपी को नियंत्रित किया। फिर निंसंतानता का इलाज चला। बच्चा लगने के 5 महीने बाद पता चला की बच्चे की वृ़द्धि कम है तथा कई तरह की दिक्कतें है। सुजला हाॅस्पिटल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डाॅ. अर्चना चौधरी ने मरीज को दैनिक चैकअप का सुझाव देकर ईलाज शुरू किया। इस दौरान मंजू की करीब 20 बार सोनोग्राफी व अन्य टेस्ट करवाकर बच्चे की मोनिटरिंग की। अन्तिम 15 दिनों में हाॅस्पिटल केयर के साथ 4 सप्ताह पहले डिलीवरी कराने का फैसला किया।
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हमारे लिए वरदान साबित हुआ
मैं और मेरी पत्नि ने कई जगह ईलाज लिया। महानगरो में भी ईलाज लिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वर्षो से हम बहुत हतास थे। सुजला हाॅस्पिटल के डाॅक्टर्स ने नई उम्मीद जगाई और आज हमारी झोली खुशियों से भर दी। मैं और मेरा परिवार सुजला हाॅस्पिटल की पूरी टीम को धन्यवाद देतें है।
राकेश स्वामी, भांखड़ा काॅलोनी, सुजानगढ़